Mount Abu (RJ): The Brahma Kumaris in collaboration with the Youth Wing of its Rajayoga Education and Research Foundation, organized an All India Seminar at Gyansarovar here. The topic of the seminar was ‘Youth Festival And Meditation Practice Camp’. Hundreds of youth representatives from all over the country took part in this program.
The Chief Guest, Mr. Rama Shankar Singh, Chancellor of ITM University Gwalior, said that human being is the only life on this planet that uses its mind for its betterment. India is known for its unity in diversity. Golden Bharat is an appropriate goal for this country’s future. There is only one universal truth interpreted differently by various scholars. Establishing truth and harmony should be a priority today. Brahma Kumaris will destroy evil and violence with love and harmony.
Vice Chairperson of the Youth Wing, Rajyogini BK Chandrika, Ahmedabad in her address said that the invisible hand of the Supreme Soul guides everyone at Brahma Kumaris. It has a constant presence here. One should strive to connect with it. We must inculcate good values to make full use of this tremendous opportunity called life.
Rajyogini BK Prabha, Zonal Coordinator of the Education Wing, Bharuch also shared her views. She said that this place is a reservoir of energy and enthusiasm. All youth representatives should fill themselves with these vibrations and benefit fully in these three days of the seminar.
BK Kruti, National Coordinator of the Youth Wing, Ahmedabad said that this initiative is an attempt by the Brahma Kumaris to give a positive direction to the youth. For many years the organization has worked to help youth achieve their full potential.The aim is to give them values in consonance with the Indian culture.
Rajyogi BK Atam Prakash, Headquarters Coordinator of the Youth Wing, welcomed everyone on behalf of the organization.
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माउंट आबू: आज ज्ञान सरोवर स्थित हार्मनी हॉल में ब्रह्माकुमारीज एवं आर ई आर एफ की भगिनी संस्था, “युवा सेवा प्रभाग” के संयुक्त तत्वावधान में एक अखिल भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का विषय था ‘युवा महोत्सव और ध्यानाभ्यास शिविर’. इस सम्मेलन में देश सैकड़ों युवा प्रतिनिधिओं ने भाग लिया। दीप प्रज्वलन के द्वारा सम्मेलन का उद्घाटन सम्पन्न हुआ।
ग्वालियर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति, सम्मेलन के मुख्य अतिथि राम शंकर सिंह ने कहा की इस ग्रह पर जीवन का अस्तित्व अरबों वर्षों से है। करोड़ों प्राणी इस पृथ्वी नामक ग्रह पर निवास करते हैं। मगर मात्र इंसान ही ऐसा प्राणी है जो अपनी बेहतरी के लिए यहां अपने मस्तिष्क का प्रयोग करता है। भारत वर्ष एक ऐसा देश है जहां हर बात में अनेकता है मगर फिर भी यहां के लोग सनातन काल से मिल जुल कर प्रेम से रहते हैं। यही विशेषता है इस देश की। स्वर्णिम भारत रुपी विषेशन इसके लिए उचित है।
सत्य एक है मगर विद्वान् जन इसकी व्याख्या अलग अलग तरीकों से करते हैं। आज सत्य को छुपाने और हिंसा को प्रसारित करने का प्रयत्न जारी है। इसके लिए मुख्य रूप से तकनीक जिम्मेवार है। हिंसा से मुक्ति कैसे मिले और सत्य को कैसे स्थापित क्या जाए – यह एक मुख्य चिंता की बात है। सत्य के काले बादलों का नाश ब्रह्मा कुमारियाँ करेंगी , ऐसा मेरे विश्वास है। यहां शांति -प्रेम और अहिंसा का सह अस्तित्व मैं देख पा रहा हूँ. आप सभी युव जनों से मेरा अनुरोध है कि स्वयं के अंदर प्रेम की ज्योति को सदैव जलाते रहना। माँ , बाप , भाई , बहन और और पूरी दुनिया को भर पूर प्रेम करना।
युवा सेवा प्रभाग की उपाध्यक्ष राजयोगिनी चन्द्रिका दीदी ने अध्यक्षीय प्रवचन दिया। आपने कहा की यहां एक अव्यक्त सत्ता हम सभी को अनवरत निहार रही है और वह सत्ता है ईश्वरीय सत्ता। यह सच है की हम सभी उनको नहीं देख पा रहे , मगर उनकी यहां लगातार उपस्थिति है। अब हमारा प्रयत्न ऐसा रहे की हम सभी उस अव्यक्त सत्ता को यहां महसूस कर सकें। उस महसूसता से ही हम सभी को जीवन की एक नई दिशा मिलेगी। हमारा यह जीवन काफी मूल्यवान है। अतः हम सभी को अपने जीवन को दो चार मूल्यों से अवश्य संवारने का यत्न करना चाहिए। एक तो समय का मूल्य समझ कर उसकी कदर करना परम आवश्यक है। दूसरे जीवन में सदैव सकारात्मकता बनी रहनी चाहिए। सत्य और प्रेम के बिना तो जीवन सूना है ही।
प्रभाग की क्षेत्रीय संयोजक राजयोगिनी प्रभा दीदी ने भी अपने उदगार रखे। आपने कहा की हर कोई जीवन में उमंग और उत्साह की कामना रखता है। हमारा यह सम्मेलन इसी लक्ष्य को लेकर आयोजित किया गया है। ज्ञान सरोवर का यह प्रांगण उमंग और उत्साह से भरपूर है तथा ज्ञान और शान्ति का यह एक कुंड है। सभी युवा प्रतिनिधियों को आने वाले तीन दिनों में यहां की ऊर्जा को आत्म सात करना है और अपने जीवन को मूल्य वान बनाना है।
युवा सेवा प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजक ब्रह्मा कुमारी कृति बहन ने भी सम्मेलन को सम्बोधित किया। आपने कहा की आज का युवा एक दोराहे पर खड़ा है और तय नहीं कर पा रहा है की उसे किस दिशा में जाना है। हम इस सम्मेलन के माध्यम से उनको दिशा देना चाहते हैं। हम अनेक वर्षों से युवाओं को उनकी क्षमता के अनुसार विकास करने और साथ ही साथ योग के मार्ग पर चलते रहने की प्रेरणा प्रदान करते आये हैं। युवाओं के जीवन को भारतीय संस्कृति के अनुसार मूल्यों से युक्त करना ही हमारा लक्ष्य है।
युवा सेवा प्रभाग के मुख्यालय संयोजक राजयोगी आत्म प्रकाश जी ने पधारे हुए सभी प्रतिनिधिओं का हार्दिक स्वागत किया। बी के रोहित भाई ने सर्व को धयवाद दिया। बी के जीतू ने कार्यक्रम का संचालन किया। सम्मेलन के प्रारम्भ में डॉक्टर बी के दामिनी एक सुंदर स्वागत गीत प्रस्तुत किया।