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Mahendra Hardia, MLA of Indore Addresses Shivratri Festival

Indore (MP): On the occasion of Mahashivratri, the Brahma Kumaris of Indore held a Spiritual Discourse on the topic Establishing a Divine Culture Through the Incarnation of God’. It was held at BK Om Prakash meeting hall in Gyan Shikhar Bhawan of the Brahma Kumaris in Indore. 
BK Hemlata, Chief Coordinator of Brahma Kumaris, Indore Zone in her inaugural address said that to build a Divine creation, a divine culture is needed. A deep synthesis of the attributes and tendencies of a people become its culture.  The Supreme Soul itself is doing the work of transformation of our Culture. 
Mahendra Hardia, MLA from Indore Constituency 5, said that it is an established fact that the culture of Bharat is great, as it is based on very scientific principles.  A cultured way of life gives peace to the mind.
BK Jayanti, Incharge of Brahma Kumaris in Kalani Nagar, Indore, said that if we are to save the world from negative tendencies, a Divine Culture is needed.  The Supreme Soul itself teaches to transform ordinary people into Divine Beings.
BK Karuna, Incharge of Shaktiniketan Girls Hostel, said that our mind is the repository of infinite powers. When the mind connects with the Supreme Soul,  these powers are activated.  This is called Rajayoga.  She guided everyone in experiencing deep peace through Rajayoga Meditation. 
BK Mamta, Incharge of Brahma Kumaris in Subhash Nagar, encouraged and led everyone in a pledge to let go of their selfish tendencies and become selfless.
Baby Prateeksha performed a beautiful devotional dance.  BK Nidhi Sharma sang a devotional song on this occasion. BK Shashi, Incharge of Brahma Kumaris in Prem Nagar, Indore  coordinated this program.  Dr. Umasashi Sharma, former Mayor, along with other prominent citizens of the area, were present and took part in the candle-lighting ceremony.  The flag of the Supreme Soul was unfurled at the end of the program.  A Spiritual tableau was also displayed for the people at the ev


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प्रेम एवं सद्भावना को अपनाकर परस्पर एकता लाना – यही शिवरात्रि का संदेश  है
शंकर लालवानी -सांसद, इंदौर

इंदौर: महाशिवरात्रि भगवान शिव का यादगार पर्व है। जिसे पूरे भारत में बड़ी श्रृद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। साथ ही यह पर्व हमें जीवन में आपसी सद्भाव और प्यार से रहने का संदेश भी देता है। हम सब जानते हैं कि शिव की बारात में कैसे विभिन्न मत-मतांतर, विपरीत स्वभाव संस्कार वाले होते भी सब बड़ी एकता के साथ चलते हैं। तो आज यही दृढ़ संकल्प ले कि हम आपसी वैर विरोध, नफरत, घृणा को छोड़कर सभी के साथ सद्भावना और प्रेमपूर्ण व्यवहार करेंगे।
उक्त विचार ओमशांति भवन ज्ञान शिखर के ’’ब्रह्माकुमार ओमप्रकाश  भाईजी’’ सभागृह में महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित ’’परमात्म अवतरण द्वारा दैवी संस्कृति की स्थापना’’ विषय पर व्यक्त कियें। उन्होंने कहां कि वर्तमान चुनौतियों का सामना करने के लिए जीवन में शक्ति की आवश्यकता है, और वह शक्ति हमें शिव से ही प्राप्त हो सकती हैं। क्योंकि शिव देवों के देव महादेव हैं।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में इंदौर जोन की मुख्य क्षेत्रीय समन्वयक ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने कहा कि दैवी सृष्टि बनाने के लिए दैवी संस्कृति चाहिये। संस्कृति किसी समाज में गहराई तक व्याप्त गुणों के समग्र स्वरुप का नाम हैं , जो उस समाज के सोचने , विचारने , कार्य करने के स्वरुप में अन्तर्निहित होता हैं | संस्कृति में संस्कारों को परिष्कृत किया जाता हैं और संस्कार परिवर्तन का कार्य स्वयं ज्ञान सागर निराकार परमात्माशिव आकर कर रहे हैं।
कार्यक्रम में क्षेत्र क्रमांक 5 के विधायक महेन्द्र हार्डिया ने कहां कि भारतीय संस्कृति महान है जिसको सभी ने स्वीकार किया है। क्योंकि भारतीय संस्कृति कोई न कोई वैज्ञानिक तथ्य को लिये हुए है। सभ्य संस्कृति ही मन को सुकुन देती है।
कालानी नगर क्षेत्र  प्रभारी ब्रह्माकुमारी जंयति दीदी ने कहां कि संसार को विकृति से बचाना है तो दैवी संस्कृति को अपनाना होगा। परमात्मा आकर मानव को ऐसी शिक्षा  देते जिससे मानव का सब कुछ देवत्व में बदल जाता है और सम्पूर्ण सृष्टि पर दैवी संस्कृति आ जाती है।
शक्ति निकेतन छात्रावास की संचालिका ब्रह्माकुमारी करूणा दीदी ने कहा कि हमारा मन अनंत और अपार शक्तियों का स्वामी हैं। जब यह मन उस सर्वशक्तिमान परमात्मा से जुड़ जाता है तो उसकी शक्तियां जागृत हो जाती है। यही राजयोग है। आपने राजयोग के अभ्यास द्वारा गहन शांति की अनुभूति कराई।
सुभाषनगर क्षेत्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी ने सभा में उपस्थित जन समुदाय को स्वार्थ भाव त्याग कर निःस्वार्थ भाव अपनाने की प्रतिज्ञा करवाई। कु. प्रतिक्षा ने शिव अराधना पर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी एवं कु. निधि शर्मा ने शिव  स्तुति  गीत सत्यम् शि वम् संुदरम् गाकर दर्शकों  को शिव  के प्रेम में सराबोर कर दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रेमनगर क्षेत्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी शशि दीदी ने किया।
इस अवसर पर पूर्व महापौर डाॅ. उमाशशि  शर्मा आदि शहर के अनेक गणमान्य उपस्थित थे, जिन्होंने दीप जलाकर कार्यक्रम में सहभागिता की। अंत में सभी ने शिवध्वज फहराकर अपनी बुराईयों को शिव  पर अर्पण करने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर ज्ञान शिखर प्रांगण में 11 मार्च तक द्वादश ज्योर्तिलिंग दर्शन झांकी सजाई गई है, जिसका प्रतिदिन शाम 5 से रात्रि 9 बजे तक दर्शन  किया जा सकता है।

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