Abu Road (RJ): The 15th Edition of LCOY (Local Conference of Youth) was inaugurated on 2nd November at Shantivan, Abu Road. LCOY-India is an annual event officially recognised by the United Nations Framework Convention on Climate change & its official youth-constituency called YOUNGO.
The Inaugural event was graced by Rajyogini Dadi Ratan Mohini, Rajyogi BK Mruthyunjaya, Rajyogini BK Sheilu, Mr. Prabhjot Sodhi, Sr. Coordinator, UNDP India and Mr. Akash Vashishtha, Advocate, Supreme Court of India & Secretary of the Society for the Protection of Environment and Biodiversity.
Mr. Prabhjot Sodhi praised the efforts of Brahma Kumaris and its presence worldwide. He urged the participants to shed the ‘weight’ of mind and explore a good life which is guided by principles. He said, “Our good actions give us the motivation and means to change things in ways needed for better life.” Mr. Akash Vashistha gave statistics on how environment is moving towards disaster and asked the youths to take initiative and personal responsibility to reduce impact on earth and move towards a sustainable future. The crisis of a growing global population, desertification, the contamination of water, and damage to the atmosphere itself demands a radical change in our society at every level.
Rajyogi BK Mruthyunjaya said that the mental pollution is the seed of all pollution and negativity. “A polluted mind conceives polluted thoughts, which are then translated into polluted and contaminated words and actions. Negative influences of vices of anger, greed, sex lust, attachment and ego have led to an unprecedented rise in a global pollution. Youth should not just hope that government or other officials will magically transform our world but should focus on daily thoughts, actions and decisions that can have a positive impact on the environment.” He asked the participants to pledge to plant at least one sapling in a year.
Rajyogini Sheilu Behn said, ‘we all need to awaken greater environmental awareness. There is a deep connection between our consciousness, thoughts and actions, and their impact on the world. The values of love, compassion, sharing and caring are needed to restore the beauty of this world. The youth should focus on creating positive thoughts which can help to keep up their initiative and mobilization.’
Rajyogini Dadi Ratan Mohini Ji gave her blessings to all the participants and asked each to cooperate and collaborate with each other through positive actions and happy faces.
Sister BK Jayanti sent her good wishes through video in which she asked the participants to change their consciousness for a better sustainable future. BK Shivika welcomed the guests and BK Supriya coordinated the programme.
About 200 youths attended the program.
Hindi News
जलवायु परिवर्तन पर जुटे युवा, विशेषज्ञों ने कहा कि जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए करें पहल
आबू रोड, 2 नवम्बर, निसं। जलवायु परिवर्तन से निपटने को जब पूरी दुनिया माथापच्ची कर रही है, युवाओं ने भी अपने स्तर पर कोशिशें शुरू की हैं। इन कोशिशों को पंख देने के लिए कान्फरेंस ऑफ यूथ संस्था आगे आई है, जो हर देश में लोकल कान्फरेंस ऑफ यूथ (एलकॉय) के माध्यम से युवाओं के बीच जलवायु परिवर्तन से निपटने के उपायों पर विमर्श के पांचवे एडिशन का आयोजन बार ब्रह्माकुमारी संस्थान के शांतिवन में आयोजित हुआ।
जलवायु परिवर्तन के खतरों को लेकर दुनिया के देशों में बीते एक दशक से जागरुकता आई है। जिन्होंने जलवायु परिवर्तन के खतरों को भांप लिया, विभिन्न संस्थाएं और संगठन अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। रेजिलेंस सिटी समेत कई बड़ी संस्थाएं वैश्विक स्तर पर दुनियाभर के लोगों को जलवायु परिवर्तन के खतरों से आगाह करने के साथ ही उन्हें जलवायु परिवर्तन से निपटने में तकनीकी व अन्य सहयोग भी कर रही हैं।
इसी क्रम में कान्फरेंस ऑफ यूथ ने भी दुनिया को क्लाइमेट चेंज के खतरों से आगाह करने और उससे निपटने के उपाय खोजने की कवायद शुरू की। कान्फरेंस ऑफ यूथ ने इस मिशन में युवाओं को अपने साथ जोड़ा और उनके साथ विमर्श कर क्लाइमेट चेंज के खतरों से निपटने के उपाय तलाशने शुरू किए। इस कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज संस्थान की संयुक्त मुख्य प्रशासिका दादी रतनमोहिनी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के लिए मनुष्य का मन भी जिम्मेवार है। इसलिए मनुष्य को अपने मन को संतुलित रखना चाहिए।
लोकल कान्फ्रेस ऑफ यूथ सम्मेलन में वरिष्ठ कोआर्डिनेटर प्रभजोत सोढ़ी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के लिए मनुष्य को व्यक्तिगत स्तर पर पहल करने की जरूरत है। इसलिए सबका प्रयास सराहनीय है।
सत्रों का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन और सतत् विकास पर युवाओं की समझ को बढ़ाना होगा, उन्हें अपने अनुभवों को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करना और उन्हें अपनी आवाज़ों को सुनने के लिए जगह देना होगा। वरिष्ठ एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया और सोसाइटी के सचिव ने भाग लिया। पर्यावरण और जैव विविधता, बीके सुप्रिया और बीके शिविका। बहन जयंती ने भी वीडियो के जरिए अपनी शुभकामनाएं भेजीं।
फोटो, 2एबीआरओपी, 1, 2, 3, पर्यावरण सम्मेलन का उदघाटन करते अतिथि, सभा में उपस्थित