Media Wing Brahma Kumaris

National Farmers Day Event in Sadabad (UP)

Sadabad (UP):  Mr. Vijendra Singh, MLA of Khurja constituency addressed the National Farmers Day organised by the Brahma Kumaris of Bisawar in Sadabad.  He said that National Farmers Day today marks the birth anniversary of Chaudhary Charan Singh, Former Prime Minister of India and known as the ‘Champion of Indian Farmers’. As Prime Minister, he made several provisions for the benefit of the farmers.

Jagvendra Singh, Social Worker,  said that the farmer is the soul of India. Farming is the power and prayer of the peasant. If we wish to make Bharat progressive and self reliant, we must empower our farmers first.

BK Bhavna, Incharge of Brahma Kumaris Sadabad and Zonal Coordinator of the Rural Development Wing of the Rajayoga Education and Research Foundation, said that according to Newton’s Third Law, every action has an equal and opposite reaction.  If we give respect, we will get respect. In the same way, if we offer mother earth poisonous chemical fertilizers and pesticides, its produce will also be poison for the human body.

BK Satyaprakash, Rajayogi and Social Worker from Dhaulpur said that when you thank the food provider, it feels really good.  Whenever you eat food, just send out a heartfelt prayer for the well being of the farmer. He shared the fact that in Mount Abu, Organic Yogic Farming is done on large tracts of land and people are benefitting from it.

BK Radha, In-charge of the local BK centre, sang a beautiful song dedicated to the Supreme Soul.  All the farmers attending this program were felicitated with shawls, flowers and Godly gifts.

News in Hindi:

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय  बिसावर द्वारा आज  राष्ट्रीय किसान दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व विधायक भ्राता विजेंद्र सिंह जी ने कहा आज के दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री किसानों के मसीहा श्रेद्वय चौधरी चरण सिंह जी का जन्मदिन है । वह भी एक किसान  थे ।  जो किसानों की धड़कन कहे जाते हैं।  बहुत ही सरल और साधारण व्यक्तित्व के धनी थे।  प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने भारतीय किसानों के जीवन में सुधार के लिए कई नीतियां प्रस्तुत की।
समाजसेवी भ्राता जगवेन्द्र सिंह जी ने कहा कि किसान को भारत की आत्मा कहा जाता है । इसे अन्नदाता की उपाधि प्राप्त है।  कृषि विज्ञान का जीवन है यही इसकी आराधना है । और यही इसकी शक्ति है । भारतीय किसानों को धरती माता का सपूत कहा जाता है । इसका जीवन धरती की तरह का करुणा का सागर है । किसान  जब खेत में मेहनत करके अनाज पैदा करता है, तभी  वह हमारी थालियों तक पहुंच पाता है । यदि भारत को  उन्नतिशील और सबल राष्ट्र बनाना है तो पहले किसानों को और आत्मनिर्भर बनाना होगा।
सादाबाद  प्रभारी ब्रह्माकुमारी भावना बहन जी जोनल कॉर्डिनेटर ग्राम विकास प्रभाग ने कहा कि न्यूटन का तीसरा नियम है क्रिया के विपरीत प्रतिक्रिया होती है। किसी को आदर देंगे तो आदर मिलेगा। अपशब्द देंगे तो अपशब्दों के मिलने की संभावना बढेगी। इसी प्रकार यदि धरती माँ को रासायनिक खाद और कीटनाशकों का जहर देंगे तो फसलें भी जहरीलें ही मिलेंगी जिससे मनुष्य का शरीर रोगों का घर ही बन जायेगा।
धौलपुर (राज.) से आये ब्रह्माकुमार सत्यप्रकाश भाई जी ने कहा कि  जब कोई अन्नदाता को थैंक्स कहता है तो उन्हें बहुत अच्छा लगता है।  जब भी आप खाना खाए बस दिल से दुआ करना है अन्नदाता सुखी भव: जब कोई खाना अच्छा  बनता तो कहते हैं क्या स्वाद है लेकिन याद कीजिए उस किसान को जिससे अन्न  उपजाया । इस तरह देश के हरेक नागरिक में भी किसानों के प्रति आभार की भावना जगा जगानी चाहिए ।   उन्होंने माउंट आबू का उदाहरण देते हुए कहा कि मैंने खुद अपनी आंखों से प्रैक्टिकल देखा है कि वहां एक बड़े क्षेत्र में शाश्वत  योगिक खेती हो रही है और लोग उसका फायदा उठा रहे हैं।

कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय प्रभारी बी.के.राधा बहन ने प्रभु स्मृति का सुंदर गीत ” प्रेम से बस दो घड़ी प्रभु को याद कीजिए ” गाकर किया ।कार्यक्रम में आए हुए सभी किसान भ्राता भूरे लाल शर्मा जी , बिक्की सिंह , मुकेश ठाकुर , मनोज गौतम , नीरज ठाकुर  आदि को शॉल व पुष्प और ईश्वरीय सौगात   देकर सम्मानित किया गया।

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