National Conference on Speed, Safety and Spirituality Begins
mediawing
Mount Abu/ Abu Road: The Brahma Kumaris’ Transport Wing Conference on Speed, Safety and Spirituality Inaugurated here at Global Auditorium, Manmohini Complex, Shantivan, Abu Road, Rajasthan.
Mr. Rajiv Gupta, Director General, NAIR, Vadodara; Mr. Angaraj Mohan, CPO, Northern Railways, Delhi; Dr. Nirmala Didi, Chairperson, IT Wing, Mt. Abu; BK Divyaprabha, Vice Chaiperson, Transport and Travel Wing, RERF, Mumbai, BK Suresh Sharma, Mt. Abu, BK Kunti, Mumbai; BK Sangeeta, Mumbai; BK Anil, Mumbai addressed the Conference.
The speakers are stressed on how Speed has become a vital factor to gauge performance in transportation, communication, travel and other logistic services. The urge, or rather modern-day need, to cover maximum distances in minimum time has made speed synonymous with progress, and stress! If increasing speeds accelerate the frequency of accidental deaths and disabilities, aren’t we compromising the very purpose of progress? Are our aspirations over-stretching the capacities of human, material and environmental resources? As we intend to give the growth curve a steep incline, have we equipped ourselves with the temperaments to achieve Success with Safety?
They explored the missing links between Speed, Safety and Spirituality. It is important to develop the skill of keeping calm, composed and relaxed, even at fast times. Spiritual wisdom enhances awareness, improves mutual understanding and fosters harmonious growth.
More than 500 delegates from Transport and Tourism Sector attended the Conference.
Hindi News:
स्पीड, सेफ्टी और आध्यात्मिकता पर सम्मेलन का शुभारम्भ
आबू रोड, 29 जुलाई, निसं। आज तेजी से सड़क में दुर्घटनाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है। परन्तु देखने में यही आया है कि जीवन में तनाव और उलझन ही दुर्घटनाओं को आमंत्रित करती है। दूसरा सबसे बड़ी वजह नशा है। इसलिए दुर्घटनाओं को रोकना है तो जीवन को संतुलित बनाना होगा। उक्त उदगार एनएआईआर के महानिदेशक राजीव गुप्ता ने व्यक्त किये। वे ब्रह्माकुमारीज संस्था के मनमोहिनीवन स्थित ग्लोबल ऑडिटोरियम में यातायात एवं परिवहन प्रभाग के कर्मचारियों एवं अधिकारियों के लिए आयेाजित सम्मेलन में व्यक्त कर रहे थे।
उन्होनें कहा कि सड़क हो या रेलवे हर जगह स्वस्थ संतुलन की अति आवश्यकता है। तनाव और नशे का सेवन सड़क दुर्घटना का प्रमुख कारण है। जल्दीबाजी और असंतुलित मानसिक स्थिति ऐसे स्थितियों को आमंत्रित करती है। मनुष्य को जीवन की यात्रा में भी सही सोच एवं व्यवहार की जरूरत है। राजयोग और आध्यात्मिक ज्ञान ऐसी स्थितियों में मददगार साबित हो सकता है।
यातायात एवं परिवहन प्रभाग की उपाध्यक्षा बीक दिव्यप्रभा ने कहा कि हमारा प्रयास है कि बढ़ते हुए दुर्घटनाओं को रोका जाये। ऐसा देखने में आया है कि जब व्यक्ति उलझन में होता है तब उसकी एकाग्रता भंग होती है। और वही दुर्घटन कारण बनती है। इसलिए राजयोग के जरिये मन को संतुलित रखना जरूरी है।
नार्दन रेलवे के सीपीओ अंगराज मोहन ने कहा कि राजयोग और ध्यान ही एक ऐसा माध्यम जिससे इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सकता है। इसलिए सरकार भी इसके लिए एक मुहिम चलानी चाहिए।
ज्ञान सरोवर की निदेशिका डा निर्मला ने कहा कि सड़क दुर्घटना से ज्यादा जीवन में दुर्घटना है जिससे व्यक्ति हमेशा के लिए आहत हो जाता है। ऐसी स्थितियां ही समाज को बिगाड़ रही है। ऐसे में जरूरी हो गया है कि राजयोग से ही सम्भव है।
यातायात एवं परिवहन प्रभाग के मुख्यालय संयोजक बीके सुरेश शर्मा, मलाड की प्रभारी बीके कुन्ती ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये।
यह सम्मेलन तीन दिन तक चलेगा जिसमें यातायात एवं परिवहन से जुड़ी समस्याओं के सकारात्मक समाधान ढूढ़े जायेंगे। कार्यक्रम मुम्बई की बीके संगीता ने किया।
फोटो, 29एबीआरओपी, 1, 2, 3, 4, 5 सम्मेलन का उदघाटन करते अतिथि, सभा में उपस्थित लोग।