All the youth were getting drenched by the downpour of Wisdom and were enjoying the natural rainy weather, pleasant climate of Aravali mountain ranges. They were highly motivated and got committed to prove themselves to become “The Architect of Tomorrow”. More than 250 youth from across the country came to attend the program.
Hindi Press Release 1:
मनमोहिनी वन (शांतिवन) दिनांक:२० से २४ जुलाई२०१८ के दौरान युवा प्रभाग द्वारा राष्ट्रीय स्तर की रिट्रीट का आयोजन किया गया, जिसका उदघाटन बारिश के खुशनुमा मौसम में दिनांक २० जुलाई सायं ६ बजे ग्लोबल ऑडिटोरियम मनमोहिनी कॉम्पलेक्स मे भ्राता निर्वेरजी (सेक्रेटरी जनरल ब्रम्हाकुमारी), भ्राता पवनकुमार बंशल (पूर्व रेल मंत्री) बी.के चंद्रिकाबहन (उपाध्यक्ष युवा प्रभाग) भ्राता श्याम सिंघ राजपुरोहित (राज्य डिरेकटर नहेरु युवा केंद्र संगठन) इत्यादि द्वारा सम्पन हुआ।
भारत भर से पधारे २५० से अधिक प्रोफेशनल युवा भाई बहनने भाग लिया। पधारे हुए महानुभावोने युवाओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि सारे संसार की नजर भारत पर है और भारत के हर व्यक्ति की नजर युवा पर है । युवा पुरे विश्व की काया पलट कर सकता है ,कल की कला कृति बना सकते है। युवाओ को प्रेरित करते हुए कहा क़ि वे मन की बीमारी से दूर रहे वह अपनी शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक शक्ति को रचनात्मक कार्य में लगाए। सभी युवा भाई बहन ज्ञान वर्षा के साथ साथ पानी की वर्षा व अरावली पहाड़ियों के रिमझिम मौसम का आनंद ले रहे थे। और स्वयं को कल का शिल्पकार बनाने के लिए कटिबद्ध बन रहे थे।
Press Release 3:
सौर उर्जा देख अभिभूत हुए रेलमंत्री, कहा सौर उर्जा का बेहतर विकल्प
आबू रोड, 22 जुलाई, निसं। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के अन्तर्राष्ट्रीय मुख्यालय शांतिवन में दो दिन प्रवास पर आये भारत सरकार के पूर्व रेलमंत्री पवन बंसल शांतिवन तथा सौर उर्जा का अवलोकन कर अभिभूत हो गये। उन्होंने कहा कि सौर उर्जा आने वाले समय उर्जा का बेहतर विकल्प हो सकता है। क्योंकि इससे सूर्य की रोशनी का प्राकृतिक रूप से बेहतर उपयोग किया जा सकता है। यह आश्चचर्य जनक है कि सौर उर्जा से टबाईन का चलना और बिजली का उत्पादन अदभूत रिसर्च है।
इसके बाद उन्होनें डायमंड हॉल में देशभर से आये ध्यान साधना करने वाले संस्था से जुड़े लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राजनीति का जीवन बहुत उथल पुथल भरा होता है। ऐसे में ज्ञान, अध्यात्म और राजयोग जीवन को संतुलित करने में मददगार साबित होता है। इससे मनुष्य के जीवन को सहेजा जा सकता है। इसका प्रमाण है कि इतनी बड़ी संख्या में होने के बावजूद भी शांति और सुकुन का माहौल है।
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज संस्था के कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय ने कहा कि हमारी संस्कृति और सभ्यता को जीवन का अंग बनाने से जीवन में शांति और सदभावना का विकास होता है। इसलिए जीवन में राजयोग को प्रतिदिन शामिल करना चाहिए।
दादी से की मुलाकात: प्रवास के दौरान पूर्व रेलमंत्री बंसल ने संस्था प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी से मुलाकात की तथा कुशलक्षेम पूछी। इसके साथ ही संस्थान के सेवाओं के बारे में भी चर्चा की। इसके पश्चात ब्रह्माकुमारीज संस्था के महासचिव बीके निर्वेर, बीके चन्द्रिका भी उपस्थित थी।
सपरिवार आये है पूर्व रेलमंत्री: पूर्व रेलमंत्री पवन बंसल अपनी पत्नी तथा अपनी दो बहनों के साथ सपरिवार आये हैं। प्रात: काल उठकर ध्यान साधना उनके जीवन का हिस्सा है। बेहद शांत प्रकृति के बंसल ज्यादा समय संस्थान के गतिविधियों को समझने, राजयोग सीखने में दे रहे हैं।
फोटो, 22एबीआरओपी, 1, 2, 3 डायमंड हॉल में सभा को सम्बोधित करते पूर्व केन्द्रिय रेलमंत्री बंसल, तथा स्वागत मोमेंटो भेंट करते बीके मृत्युंजय