National Media Conference Concluded

244
पत्रकारिता में आध्यात्म के समावेश से साकार होगी समृद्ध भारत की तस्वीर
– चार दिवसीय 26वें राष्ट्रीय मीडिया महासम्मेलन का समापन

– देशभर से पधारे 1500 से अधिक पत्रकारों ने लिया संकल्प, बोले- अपनी कलम से सकारात्मक खबरों को देंगे बढ़ावा


1 सितंबर, आबू रोड (निप्र)। हम संकल्प लेते हैं कि यहाँ से जाकर अपनी लेखनी के माध्यम से सकारात्मक खबरों को बढ़ावा देंगे। पत्रकारिता में आध्यात्म के समावेश से ही समृद्ध भारत की तस्वीर बनेगी। इस संकल्प के साथ चार दिवसीय 26वीं राष्ट्रीय मीडिया महासम्मेलन का गुरुवार को समापन हो गया। ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन में समाधान परक पत्रकारिता से समृद्ध भारत की ओर विषय पर आयोजित किया गया। समापन सत्र का विषय समाधान केंद्रित मीडिया- समय की मांग पर रखा गया। महासम्मेलन में देशभर से पधारे 1500 से अधिक पत्रकारों ने कहा कि हम यहां से जाकर अपने अपने समाचार माध्यम से समाज में आशा जगाने वाली, सकारात्मक खबरों को पेश करेंगे।

 मीडिया ही समाज को मानसिक स्वास्थ्य दे सकता है- 
समापन सत्र के मुख्य अतिथि दिल्ली से पधारे आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि समाज और जीवन को प्रभावित करने वाली जो भी गतिविधियां हमारे समाज में हैं, उसमें समाज को प्रभावित करने के लिए मीडिया एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मीडिया समाज के लोग मंगल कार्य में बहुत प्रभावकारी है। जैसे डॉक्टर शरीर के स्वास्थ्य के लिए है उसी प्रकार मीडिया मानसिक स्वास्थ्य समाज को दे सकता है।
मीडिया को सच्चाई दिखाना होगी- 
एयर इंडिया के ऑथर जितेंद्र भार्गव ने कहा कि देश के बाहर जो ऑर्गेनाइजेशन होते हैं वह हमारे देश को मीडिया के द्वारा कैसे नुकसान पहुंचा सकते हैं। आपने देखा होगा कैसे इंडियन जर्नलिस्ट का इस्तेमाल होता है। अगर देश को सही मायने में स्वर्णिम भारत बनाना है तो मीडिया को सच्चाई दिखानी पड़ेगी।
 अखबार का देना होगा उचित मूल्य- 
रेडियो सरगम इंदौर के मैनेजिंग डायरेक्टर आशीष गुप्ता ने कहा कि आज सभी लोग मीडिया को दोषी ठहराते हैं। जबकि समाज का दूसरा पक्ष ये है कि आज लोग 100 रुपये का पिज्जा खा लेते हैं लेकिन 25 पेज का अखबार पांच रुपये में खरीदना चाहते हैं। साथ में उसमें न्यूज़ भी अपने हिसाब से चाहते हैं। आपके हिसाब से तब न्यूज़ होगा जब अखबार वालों को एडवर्टाइज लेना ना पड़ेगा और आप अखबार का उचित मूल्य देंगे।
राजयोग से मन सकारात्मकता से रहेगा भरपूर- 
ब्रह्माकुमारीज के कार्यकारी सचिव डॉ. बीके मृत्युंजय भाई ने कहा कि दुनियाभर में एकमात्र आध्यात्मिक विश्व विद्यालय ब्रह्माकुमारीज ही है। आप सभी पत्रकार भाई- बहनों से आह्वान है कि यहां से जाकर राजयोग मेडिटेशन सीखकर अपने जीवन को सुख शांतिमय बनाएं। क्योंकि जब आपका मन सकारात्मक विचारों से भरपूर रहेगा तो आप समाज को भी सही रास्ता दिखा पाएंगे।
इन विद्वानों ने भी रखे विचार- 
– गुजरात से पधारे कवि डॉक्टर कनुभाई ने कहा कि यहां आकर हमें चारों तरफ से अच्छे विचार मिले। ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने इसी के लिए यह समुद्र मंथन कार्यक्रम रखा है। इस मंथन में अब तक काफी रत्न मिले हैं।
– मीडिया विंग मुंबई के जोनल कॉर्डिनेटर बीके संजय भाई ने कहा कि कैसे मीडिया कर्मी अपने दायित्वों को निभाएं और जो समाज का उत्थान है वैसे ही न्यूज़ प्रकाशित करें। जितना हम अध्यात्मिकता को जीवन में अपनाते हैं और दृढ़ता से संकल्प लेते हैं कि अपने नए समाज के परिवर्तन में अपना व्यक्तिगत परिवर्तन करना ही है।
 मीडिया विंग गुजरात की जोनल कोऑर्डिनेटर बीके रंजन बहन ने कहा कि आज हम समस्याओं का वर्णन बहुत सुन रहे हैं लेकिन जरूरत है समाधान परक पत्रकारिता की।
– अभिनेत्री रीमा सरीन ने कहा कि  ब्रह्माकुमारी के संपर्क में आने के बाद मेरा जीवन बदल गया। मैं रोज राजयोगा और मुरली फॉलो करती हूं। आज युवा और मीडिया के लिए सकारात्मक होना बहुत जरूरी है।
ग्लोबल पीस इनिशिएटिव की निदेशिका बीके डॉ बिन्नी सरीन, हैदराबाद की विंग की नेशनल कोऑर्डिनेटर सरला आनंद ने भी मूल्यनिष्ठ मीडिया को लेकर अपने विचार व्यक्त किए। गायक रोशनी सोनी और बीके युगरत्न भाई ने गीत प्रस्तुत किया। मोहाली के जोनल मीडिया कोऑर्डिनेटर करमचंद भाई ने संचालन किया।
Previous articleमुख्यालय में लगा सैकड़ों मीडियाकर्मियों का जमावड़ा | Brahmakumaris News | Madhuban News | Top News
Next articleKerala Governor Arif M. Khan inaugurated the All India Bhagavad Gita Mahasammelan