Governor Of Gujarat Encourages Organic Farming At Farmers Conference In Mehsana

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Mehsana (GJ): The Brahma Kumaris of Mehsana celebrated Mahashivaratri by holding a Farmers Conference.  The theme of the Conference was Organic Yogic Farming- Self Reliant Farmer‘. Thousands of farmers benefitted from this initiative. Acharya Devvrat, Honorable Governor of Gujarat addressed this conference and also toured its various stalls.

BK Sarala, Chairperson of Agriculture and Rural Development Wing of RERF,  welcomed the guests. BK Badri Vishal Tiwari, Assistant Director of Agriculture Wing from Lucknow, apprised the audience about our traditional method of Organic Yogic Farming.

Honorable Governor,  Acharya Devvrat, while emphasizing on the importance of organic farming,  said that whatever rules operate in the jungle, are applicable in the farms as well. This is called natural farming.  While encouraging farmers to practice Organic Farming,  she shared experience from his life. He said that he was a farmer too who practiced chemical farming for 25 years,  but discarded it for organic farming,  which gave him good results.  He salutes BK Sarala, for bringing many farmers together for this initiative and bringing awareness in them about Organic Farming.

BK Usha from Mount Abu, held a Rajyoga Meditation session.  BK Bharatiya, Director of Brahma Kumaris in Gujarat Zone, also gave her blessings to all.

BK Sumanth, Headquarters Coordinator of Agriculture and Rural Development Wing,  gave the vote of thanks.

M. Nagarajan, DC of Mehsana and Mukeshbhai Patel, MLA Mehsana, were also present.  BK Geeta from Bhinmal coordinated the stage program.

     News in Hindi:  

मेहसाना: शिव जयंती के पावन पर्व को मनाते हुए ब्रह्माकुमारीज़, मेहसाना द्वारा आयोजित स्वर्णिम भारत मेले में शाश्वत यौगिक खेती – आत्मनिर्भर किसान विषय पर आयोजित किसान सम्मेलन* में हजारों किसानों ने लाभ लिया। इस *अधिवेशन में गुजरात की महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी ने संबोधित किया* एवं मेले के विभिन्न स्टाल का भी अवलोकन किया।

कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग की अध्यक्षा राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरला दीदी ने माननीय अतिथियों का स्वागत किया। उत्तर प्रदेश, लखनऊ से कृषि विभाग के सहायक निदेशक बीके बद्री विशाल तिवारी जी ने पारंपरिक के साथ-साथ शाश्वत यौतिक खेती के बारे में सभी को जानकारी दी।

इस कार्यक्रम में पधारे गुजरात के महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रतजी ने प्राकृतिक खेती पर जोर देते हुए कहा कि ‘जब भगवान का तंत्र, प्रकृति का तंत्र जंगल में उगने वाले हर पौधे को सभी तत्व प्रदान करता है, तो हमारे यहां क्यों नहीं। जो कानून जंगल में काम करता है, वह कानून हमारे खेत में काम करता है, उसे प्राकृतिक खेती कहते हैं।’ उन्होंने किसानों को प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए अपने जीवन के अनुभव साझा किया। उन्होंने कहां कि ‘मैं भी एक किसान हूं। मैंने 25 साल तक रासायनिक खेती भी की। लेकिन रासायनिक खेती के दुष्परिणाम को देखते हुए मैंने पारंपरिक खेती करना शुरू किया और मुझे इसके बहुत अच्छे परिणाम मिले हैं। मैं ब्रह्माकुमारी सरला दीदी को नमन करता हूं कि उन्होंने इतने सारे किसानों को एक साथ लाकर उन्हें प्राकृतिक खेती के विषय में जागृति लाने का प्रयास किया।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘आज का किसान शहर में सब कुछ लेने जाता है, जबकि पहले का किसान पूरी दुनिया को उपज देता था और बदले में वह कागज के नोट नहीं बल्कि सोना लाता था और इसीलिए भारत को सोने की खान कहा जाता है। किसानों को आज जागरूक होने और प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ने की जरूरत है।’

ब्रह्माकुमारीज़ के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय, माउंट आबू से पधारे राजयोगीनी ब्रह्माकुमारी उषा दीदी ने सभी को राजयोग ध्यान सिखाया। ब्रह्माकुमारीज़ गुजरात जोन निदेशक राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी भारतीय दीदी ने आशीर्वचन दिया।

ब्रह्माकुमारीज के कृषि एवं ग्राम विकास विभाग के मुख्यालय समन्वयक ब्रह्माकुमार सुमंतभाई ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मेहसाणा के जिलाधिकारी एवं कलेक्टर एम. नागराजन और मेहसाणा के विधायक मुकेशभाई पटेल भी मौजूद थे।

भीनमाल से पधारी ब्रह्माकुमारी गीता बहन ने कुशल मंच संचालन किया।

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