Women Empowerment Program At Om Shanti Retreat Center

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Gurugram ( Haryana ): The Brahma Kumaris organized a Women’s Empowerment program at Om Shanti Retreat center in Bhora Kalan Gurugram. Former speaker of Lok Sabha, Meera Kumar and Roger Gopen, High Commissioner of Trinidad and Tobago, addressed the program.

Meera Kumar, Former Speaker of Lok Sabha, while speaking on this occasion, said that woman is the symbol of power, She has the internal strength to deal with every situation. Expressing her views on the topic       ‘Woman as the basis of social transformation‘, she said that woman is like Goddess Durga. In the form of a mother, she can destroy any evil. A good society is seen from the respect given to its women.

Roger Gopen, High Commissioner of Trinidad and Tobago, said that the Brahma Kumaris Organization is working appreciably for women empowerment all over the world. Their principles are the source of world transformation.

BK Asha, Director ORC Gurgaon, in her speech, said that human upliftment is not possible with economic progress only. Moral and spiritual values are a must for it.

BK Sister Shivani, famous motivational speaker, talked about the role of a mother in transforming the family. If the life of the mother is happy and exalted, the child will be similar too. A mother can use food cooked in the right atmosphere to leave a positive impact on her children.

Padmakali, Former Vice Chancellor of Amity University, also expressed his views.

BK Meera, Head of BK service centers in Malaysia, made everyone experience Rajayoga Meditation and said that the meaning of Yoga is to make the mind positive and pure.

Many women participated in this program. BK Vidhatri from ORC, co-ordinated the program.

News in Hindi:

ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा हुआ महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन

एक श्रेष्ठ समाज का आधार महिलाओं का सम्मान – मीरा कुमार

बिना आध्यात्मिकता के भौतिक प्रगति प्राण विहीन है

गुरूग्राम : नारी शक्ति स्वरूपा है। नारी में वो सारे गुण मौजूद हैं जो हर परिस्थिति में परोक्ष या अपरोक्ष रूप से उसे समस्या से जूझने में सक्षम बनाते हैं। उक्त विचार लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष माननीय मीरा कुमार ने ब्रह्माकुमारीज़ के भोड़ाकलां स्थित ओम् शान्ति रिट्रीट सेन्टर में व्यक्त किये। महिलाओं के लिए आयोजित एक दिवसीय कार्यक्रम में ‘महिला समाज परिवर्तन का आधार’ विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि दस दिशाएं होती हैं जो बाहर की ओर इशारा करती हैं लेकिन ११वीं दिशा ऐसी है जो व्यक्ति को उसके भीतर ले जाती है। उन्होंने कहा कि नारी वास्तव में दुर्गा का स्वरूप है। भारतीय स्वतंत्रता के आंदोलन में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने कहा कि बुराईयों से मुक्त करने में अगर किसी में कोई शक्ति है तो वो केवल एक मां में है। उन्होंने कहा कि एक अच्छे समाज की निशानी, उसमें हो रहे महिलाओं के सम्मान से होती है।

इस अवसर पर त्रिनिदाद और टोबैगो के उच्चायुक्त रोजर गोपेन ने अपने संबोधन में कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा समूचे विश्व में नारी सशक्तिकरण का सराहनीय कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि मैं दक्षिण अफ्रिका से संस्था के संपर्क में आया। उन्होंने कहा कि यहाँ पर दी जा रही शिक्षाएं विश्व परिवर्तन का आधार हैं।

ओ.आ.सी की निदेशिका आशा दीदी ने कहा कि कोई भी संसार का उत्थान महज आर्थिक रूप से ही संभव नहीं है अपितु उसके लिए चारीत्रिक, नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों का होना परम आवश्यक है। इन मूल्यों के बिना भौतिक प्रगति तो ऐसे ही है, जैसे बिना प्राणों के शरीर।

इस अवसर पर विशेष रूप से सुप्रसिद्ध मोटीवेशनल स्पीकर बी.के.शिवानी ने एक परिवारिक परिवर्तन में मां की भूमिका पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि एक बच्चा जो ९ महीने तक मां के गर्भ में रहता है, उस पर माँ के खान-पान और व्यवहार का गहरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि मां का जीवन जितना सुखद और श्रेष्ठ होगा वैसे ही उसकी होने वाली संतान भी होगी। उन्होंने कहा कि मां का दूसरा कर्तव्य भोजन के द्वारा पालना है। हम जिन विचारों में रहकर भोजन बनाते हैं, वैसा ही उसका प्रभाव खाने वालों पर पड़ता है। अगर हम भोजन प्रसाद के रूप में ईश्वरीय स्मृति में बनाते हैं तो उसका शक्तिशाली असर होता है।

कार्यक्रम में एमिटी विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति पदमाकली ने भी अपनी शुभ कामनाएं व्यक्त की।

ब्रह्माकुमारीज़ के मलेशिया सेवाकेन्द्रों की निदेशक बी.के.मीरा ने योग का अनुभव कराते हुए कहा कि मन को सकारात्मक एवं पवित्र विचारों की तरफ ले जाना ही योग है। उन्होंने कहा कि मन को अमन और दमन करने के बजाए सुमन बनाएं। कार्यक्रम में काफी संख्या में महिलाओं ने शिरकत की। कार्यक्रम का संचालन बी.के.विधात्री ने किया।

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