– गाडली राजयोगा रिट्रीट सेंटर के 18 वर्ष पूरे…
– ब्रह्माकुमारीज के देश भर से मीडिया प्रभाग के सैकड़ों सदस्य भाग लेने आए…
इस अवसर पर बोलते हुए श्रीजगन्नाथ सस्कृत विश्व विद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. हरिहर होता ने कहा कि समाज निर्माण में पत्रकारों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। मीडिया का सम्पर्क शब्दों के साथ होता है और शब्दों में बहुत शक्ति छिपी होती है। इसलिए मीडिया में ऐसे शब्दों का प्रयोग होना चाहिए जो मन को शुद्ध करे। वह मनुष्य मन को संस्कारित करे। मीडिया सिर्फ मनोरंजन के लिए नही हो बल्कि उसमें आध्यात्मिक खबरें भी होनी चाहिए। तभी समाज का उद्धार होगा।गाडली राजयोगा रिट्रीट सेंटर की निदेशिका ब्रह्माकुमारी निरूपमा दीदी ने कहा कि श्री जगन्नाथ जी के घर पुरी शहर में वर्ष 1977 से सेवारत है। सेवाएं बढ़ने पर गाडली राजयोगा रिट्रीट सेंटर बनाया गया जिसका कि आज 18 वां वार्षिक उत्सव मना रहे हैं। उन्होने कहा कि सिर्फ मीडिया ही नही बल्कि हर क्षेत्र में पाजिटिविटी होनी चाहिए।
माउण्ट आबू से पधारे मीडिया प्रभाग के राष्ट्रीय संयोजक ब्रह्माकुमार शांतनु ने कहा कि मीडिया समाज का आईना है। उसकी सामाजिक परिवर्तन में अहम भूमिका है। कोविड के दौरान मीडिया ने समाज को जागरूक करने का महत्वपूर्ण कार्य किया था। इस दौरान कई पत्रकारों को जान से भी हाथ धोना पड़ा। उन्होने सभी पत्रकारों को आगामी वर्ष 23 से 27 मई तक आबू में आयोजित मीडिया सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित भी किया।
जन सम्पर्क अधिकारी संतोष कुमार सेठी ने कहा कि अखबारों में प्रकाशित खबरों का जनमानस पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए कुछ भी प्रकाशित करने से पहले उसके प्रभाव के बारे में जरूर सोंचना चाहिए। साथ ही उन्होने बाहर से आए सभी लोगों को श्रीजगन्नाथ मंदिर को देखने के लिए आमंत्रित भी किया।
वरिष्ठ पत्रकार जयप्रकाश सत्पथी ने कहा कि मीडिया सिर्फ निगेटिव न्यूज नही दे। बीच- में पाजिटिव न्यूज भी प्रकाशित करे। पाजिटिव खबरें पढ़ने से लोगों का मन भी पाजिटिव बनेगा।
हैदराबाद से आयी राष्ट्रीय संयोजिका बी के सरला आनंद ने कहा कि समाज को सुख और शान्ति से सम्पन्न बनाना मीडिया का प्रमुख उद्देश्य होना चाहिए।
बिलासपुर के एडीशनल कलेक्टर (आई ए एस) हर्ष पाठक ने कहा कि राजयोग मेडिटेशन से हमारी सोच सकारात्मक होती है। इससे उन्हे निर्णय लेने में आसानी होती है।
प्रारम्भ में पुरी के मीडिया प्रभारी बीके सत्यानंद भाई ने सभी का स्वागत किया। सेमिनार में दिल्ली की ब्रह्माकुमारी सुनिता दीदी ने राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास कराया। पुरी बाल कलाकारों कु. प्रियांश और कु. दिव्यांश ने शानदार नृत्य प्रस्तुत कर भावविभोर कर दिया। संचालन माउण्ट आबू से आयी मीडिया प्रभाग की बीके चंदा दीदी ने किया।