Delhi: International Yoga Conference Concludes at Sirifort Auditorium: News & Photo

1363

Thoughts shape our lives, biggest international yoga meet told

New Delhi, March 18: Change in our way of thinking changes our health and relationships, and also contributes to world peace, well-known motivational speaker Sister ​Shivani told the capital’s biggest-ever international gathering of yoga practitioners today.

Sister ​Shivani was speaking on ‘Raja Yoga for Holistic Health and Harmony’ during a two-day International Conference on ‘Yoga for Universal Peace and Holistic Wellbeing’, organised by the Brahma Kumaris, at Siri Fort auditorium.

She said we can change our thoughts to improve our households, workplace and society. For this, we first have to charge ourselves by connecting to God and receiving His love, which we can give to others.

The conference, in which a hundred meditation practitioners from 70 countries have come together to highlight the benefits of Raja Yoga, the form of meditation taught by the Brahma Kumaris, is being supported by the Ministry of AYUSH.

Speaking on man’s spiritual quest, Ken O’Donnell, a management consultant and author from Brazil, stressed the importance of remembering that we are souls, not bodies. “We are spiritual beings going through a human experience, not human beings seeking a spiritual experience”, he said.

Wellbeing comes not from controlling the breath, but from controlling our thoughts, not from adopting physical postures but by changing the posture of our minds, he said.

Charlie Hogg, a senior meditation practitioner from Australia, said Raja Yoga is “India’s most valuable gift to the world”, said. Other yoga experts from abroad, among them doctors, professors, business leaders, and voluntary workers, shared their insights and experiences of how spiritual practices that originated in India are shaping their lives.

Speaking during the inaugural session on Friday, Sister Jayanti, Director of Brahma Kumaris-Europe, noted that many people around the globe have started believing that aggression is not normal and has a detrimental effect on one’s mind and physical health.

She said, “Yoga reminds us that peace is a very natural way of living.” Sister Jayanti also said that Raja Yoga allows individuals to come back to a very natural way of living —which is all about love, peace and truth.

Sister Mohini, Director, Brahma Kumaris-Americas, said that it’s through a connection with the Supreme Soul that we realise that it is not just me who is peaceful, but others too are peaceful, and Raja Yoga makes it possible to see others as peaceful. She stressed the need to link thoughts with breath to create a positive way of living.

Speakers from Chile, Denmark and Russia also spoke on how practice of meditation had made a difference to their lives. Yoga practitioners from Bahrain, Russia, Kenya, Bosnia and Argentina, among other countries, were later felicitated on stage.

The Guest of Honour, Mr Naresh Kumar, Chairman, New Delhi Municipal Corporation, shared his perspective on the power and need for yoga and meditation in the present day society.

Hindi Press Release

प्रैस विज्ञप्ति                                                                        
अन्तर्राष्ट्रीय योग महासम्मेलन सम्पन्न हुआ
सकारात्मक सोच ही सम्पूर्ण स्वास्थ्य का आधार है – केन ओडोनल
अंतर  आत्मा की चार्जिग से होगा समस्याओं का समाधान- शिवानी बहन
श्भारत की विश्व को सबसे बड़ी देन है योग – चार्ली हॉग

दिल्ली, 19 मार्चः दक्षिण अमेरिका के प्रख्यात मेनेजमेन्ट कन्सलटेन्ट श्री केन ओडोनल ने कहा कि अपनी आन्तरिक प्रकृति को नियंत्रण में रखने से ही बाहरी प्रकृति को हम नियंत्रित कर सकते हैं। मनुष्य की जब सोच और नजरिया नकारात्मक या व्यर्थ की दिशा में चलता है उसके आन्तरिक शक्ति और क्षमता कम होने लगती है जो कि तनाव, दुख, अशान्ति और बीमारियों का कारण बन जाता है। जरूरत है कि हम अपनी सकारात्मक सोच, कर्म और व्यवहार में वृद्धि लायें जिससे हमें सम्पूर्ण स्वास्थ्य की प्राप्ति होगी।

उन्होंने कहा कि अपनी अन्तर आत्मा के ज्ञान, गुण एवं शक्तियों के चिन्तन तथा ज्ञान, गुण, शक्तियों के सागर परमात्मा के ध्यान से ही हम सकारात्मक, स्वस्थ एवं समृद्ध जीवन विकसित कर सकते हैं।  यह बात उन्होंने केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के सहयोग से प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के द्वारा आज स्थानीय सिरी फोर्ट सभागार में आयोजित दो दिवसीय ’’योग द्वारा विश्व शान्ति और वैश्विक कल्याण’’ अन्तर्राष्ट्रीय महासम्मेलन के दूसरे दिवस में मुख्य वक्ता के रूप में कही।

प्रसिद्ध प्रेरणादायी आध्यात्मिक वक्ता ब्रह्माकुमारी शिवानी ने योग द्वारा जीवन में होने वाले लाभ के उपर बताते हुए कहा कि जिस प्रकार मोबाईल पर एक क्लिक से हम सब कुछ कर सकते हैं उसी प्रकार हम अपनी एक सोच से स्वयं को, अपने शरीर को, रिश्तों को, कार्य क्षेत्र को, परिवार व सारे विश्व को परिवर्तन कर सकते हैं, पर इसके लिए जिस प्रकार मोबाईल का चार्ज होना जितना आवश्यक है उसी प्रकार प्रतिदिन आधा घण्टा राजयोग मेडिटेशन के द्वारा  परमात्मा रूपी आध्यात्मिक पावर हाउस से सम्बन्ध जोड़कर अपनी अन्तर आत्मा को चार्ज करना आवश्यक है। जिससे हम अपने जीवन तथा समाज की अनेंकानेक समस्याओं का समाधान कर सकते हैं

ब्रह्माकुमारी संस्था के आस्ट्रेलिया तथा एशिया पैसेफिक देशों के मुख्य संचालक श्री चार्ली हॉग ने भारत के प्राचीन योग की सराहना करते हुए कहा कि वैश्विक शान्ति, स्वास्थ्य, सद्भावना एवं सामूहिक कल्याण का आधार योग वा राजयोग है जोकि भारत की समग्र विश्व एवं मानवता के लिए बहुत बड़ी देन है। उन्होंने आगे कहा कि भारत का यह आध्यात्मिक ज्ञान एवं योग समग्र विश्व को एकता के सूत्र में बांधने की क्षमता रखता है।

संस्था के युरोपियन देशों की मुख्य संचालिका बी0के0जयन्ती बहन ने योग का स्वास्थ्य तथा वातावरण पर प्रभाव के बारे में वैज्ञानिक तथ्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि राजयोग मेडिटेशन के द्वारा न केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है अपितु मनुष्य के मानसिक, अनुवांशिक और पर्यावरण स्तर पर सकारात्मक एवं स्वस्थ प्रभाव पड़ता है।

ओमशान्ति रिट्रीट सेन्टर, गुरूग्राम की निदेशिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी आशा ने सभी के स्वागत में कहा कि राजयोग की सबसे बड़ी विशेषता यही है कि इसके अभ्यास से सांसारिक और आध्यात्मिक जीवन में सन्तुलंता आती है।
इस महासम्मेलन की एक परिचर्चा में दक्षिण अफ्रीका से प्रोफेसर जॉन निद्रितु, अर्जेटीना से बहन मोईरा लोई तथा चिली से व्यवसायी कैरोलिन वार्ड ने ’’योग से सम्पूर्ण स्वास्थ्य एवं सदभावना’’ विषय पर अपनी अनुभूति के आधार पर विचार विमर्श किया।

इस सम्मेलन में मुख्य आकर्षण आस्ट्रेलिया की किम वेनर बहन की अद्भुत योग डांस रही, जिसमें उन्होंने हठयोग, ऐरोबिक्स एवं राजयोग ध्यान का एक अपूर्व समावेश प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही अमेरिका की बहन ऐलिजाबेथ पाडिला द्वारा विश्व शान्ति थीम पर मधुर गीत गाया तथा आस्ट्रेलिया के श्री डेविड ने बांसुरी वादन से सभागार में सुखद शान्ति की लहरे फैलायी।

पाँच महाद्विपों से पधारे कुछ मुख्य योगा मास्टर्स को एन0डी0एम0सी0, इण्डियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशन्स तथा अन्य गणमान्य प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा नागरिक अभिनंदन किया गया।

Report- Yoga meet in Delhi.pdf

18Mar17 Sirifort Int.Conf.yoga 4 Uni.peace.pdf

Previous articleInauguration of Biggest International Yoga Meet in Delhi
Next article‘Ranragini Award’ to BK Sheela Didi, Incharge of Brahma Kumaris, Vashi- New Mumbai