National Seminar for Security Forces at Gyansarovar Academy in Mount Abu

836

Mount Abu ( Rajasthan ): The Security Wing of the Rajayoga Education and Research Foundation of the Brahma Kumaris inaugurated a National Seminar for Security Forces at Gyansarovar Academy in Mount Abu.

Mr. Ajay Kashyap, DGP Home Guard, Delhi, while addressing its inaugural session, said that the self-sacrificing soldier is ever-ready to safeguard the Nation. He protects the citizens at the cost of his own comfort. The citizens too should remember their fundamental duties in addition to their rights. Rajayoga Meditation technique being taught by the Brahma Kumaris is very helpful in dealing with stressful situations in the lives of soldiers.

Mr. P. K. Aggrawal, ADGP, Railway Protection Force, Delhi, in his address said that one should be curious to learn new ways of self improvement at every stage of life.

Mr. K. S. Bhandari, DGP, Internal Security Academy, talked about the need of spirituality to combat internal weaknesses. It is difficult to control outer situations if the internal environment is not peaceful.

Mr. Ashok Gaba, Head of Department, said that will power is essential in a soldier’s life. Rajayoga is a good method to strengthen it.

Rajyogini BK Shukla, Deputy Head of the Security Wing of RERF, Brahma Kumaris, said that patience and bravery are the pre-requisites for maintaining peace, security, law and order in society.

Colonel B. C. Sati, Colonel Jitendra Singh, Colonel Shiv Singh and Rajayoga Teacher BK Deepa also shared their views on the topic of the day.

News in Hindi:

प्रतिष्ठा की रक्षा करना सुरक्षाबलों की प्राथमिकता ब्रह्माकुमारी संगठन में सुरक्षा सेवा प्रभाग सम्मेलन का शुभारंभ

माउंट आबू। पुलिस महानिदेशक (होमगार्ड) दिल्ली, अजय कश्यप ने कहा कि त्याग, तपस्या, सेवा की प्रतिमूर्ति सुरक्षाकर्मी अपने कत्र्तव्यों के प्रति हर समय सजग रहते हैं। देश के हर नागरिक की प्रतिष्ठा की रक्षा करना सुरक्षा बलों की प्राथमिकता है। सेना के जवान विकटतम परिस्थितियों में भी अपने परिवार से दूर रहकर भी जनता की सुरक्षा को शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने में तत्पर रहते हैं। जनता को अपने मूलभूत अधिकारों के साथ ही अपने कत्र्तव्यों के प्रति भी जागृत रहना चाहिए। ब्रह्माकुमारी संगठन की ओर से अध्यात्म के जरिए दिया जा रहा राजयोग का प्रशिक्षण तनावजन्य परिस्थितियों में हर सुरक्षाकर्मी के लिए जरूरी है। वे शनिवार देर शाम ब्रह्माकुमारी संगठन के ज्ञान सरोवर अकादमी परिसर में संगठन के सुरक्षा प्रभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम के उदघाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (रेलवे सुरक्षा  बल) दिल्ली, पी.के. अग्रवाल ने कहा कि सुरक्षा की विभिन्न तकनीकियों को सीखने की कोई सीमा नहीं होती। जीवन के हर मोड़ पर जिज्ञासु प्रवृत्ति बनी रहनी चाहिए।

पुलिस महानिरीक्षक, निदेशक आंतरिक सुरक्षा अकादमी केरिपुबल के.एस. भंडारी ने कहा कि स्वयं को बुराईयों से सुरक्षित रखने की सबसे बड़ी चुनौती से निपटने को अध्यात्म की गहराई में जाना अनिवार्य है। जब तक स्वयं को मन से सकारात्मक बदलाव के लिए प्रेरित नहीं किया जाता तब तक बाहरी सुरक्षा की सफलता में भी कठिनतम चुनौतियों का सामना करने को विवश होना पड़ता है।

प्रभाग अध्यक्ष अशोक गाबा ने कहा कि संस्कृति, सभ्यता व उनकी परंपराओं का पूर्ण रूप से आदर करते हुए कानून के दायरे में रहकर अपनी तैनाती के  उदेश्य के साथ सुरक्षा कर्तव्यों का निर्वहन कर देश को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने में मनोबल की अहम जरूरत होती है। जिसके लिए राजयोग का अभ्यास हर परिस्थिति में मन को सशक्त बनाए रखने में सक्षम है।

सुरक्षा प्रभाग उपाध्यक्ष राजयोगिनी बीके. शुक्ला बहन ने कहा कि शान्ति, सुरक्षा व कानून व्यवस्था को सुचारू बनाये जाने के अहम दायित्व को निभाने के लिए धैर्य, साहस व कुशलतापूर्वक निर्वहन करने की जरूरत होती है।

कर्नल बी.सी. सती, कर्नल जितेंद्र सिंह, कर्नल ए. घोषाल, कर्नल शिव सिंह, वरिष्ठ राजयोग प्रशिक्षिका बीके. दीपा बहन ने भी जीवनशैली में अध्यात्म के विभिन्न बिदुंओं का सहज रूप से समावेश करने पर प्रकाश डाला।

Previous articleBrahma Kumaris Felicitated by TV Channels in Bangalore
Next articleNew Delhi -Three National Awards to ‘Radio Madhuban’ by Ministry of Information & Broadcasting