Mount Abu ( Rajasthan ): During her two day tour to Rajasthan, Her Excellency Draupadi Murmu, President of India stayed in Gyansarovar and visited Pandav Bhawan, Brahma Kumaris Headquarters in Mount Abu.
Honorable President Draupadi Murmu woke up at Brahmamuhurta at 3.30 am today at the Gyan Sarovar Academy and meditated till around 4.30 am. Later she attended a spiritual satsang(murli class) held in the auditorium.
Addressing the holy BK gathering as Indra Sabha (Court of Deity Indra), she said, “I feel that God helps me in times of difficulties. In times of ups and downs in life, God never let us feel weak. Today’s morning started with daily meditation as before. ”
She remembered her days from the past when she visited Brahma Kumaris center to practice Rajayoga Meditation. She said that whatever I am doing today, God Shiva(Supreme Father, Supreme soul) is making me do. During her stay, the President gave special preference to meditation, solitude and sattvic food.
Later, President Murmu reached the Pandav Bhawan premises where she went to four piligrimage places(char dham). She meditated on God Shiva in Baba’s Room and Baba’s Hut, offered floral tributes at Shanti Stambh(Tower of Peace), the memorial of Brahma Baba – Founding father of Brahma Kumaris. She then moved to History Hall, and heard about the life story and divine personality of Brahma Baba, with great interest.
She then returned to Gyan Sarovar and gave the message of environmental protection by planting saplings. Executive Secretary BK Mruthyunjaya shared with her information about the Kalpataru campaign.
BK Dr. Nirmala, Director of Gyan Sarovar and Joint Chief of Brahma Kumaris, BK Shashi, Joint Chief of Brahma Kumaris, BK Sheilu, Senior Rajayoga Teacher were also present.
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– पांडव भवन पहुंचकर ब्रह्मा बाबा के समाधि स्थल शांति स्तंभ पर पुष्पांजलि अर्पित की
– राष्ट्रपति ने ज्ञान सरोवर में पौधारोपण किया
इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे ऐसा महसूस होता है मुश्किलों के दौर में परमात्मा मेरी मदद करता है। जीवन में उतार-चढ़ाव के दौर में परमात्मा ने कभी कमजोर महसूस नहीं पड़ने दिया। आपको जीवन में समय से पहले कुछ नहीं मिलता है। समय आने पर सब मिलता है। आज भी पहले की तरह रोज मेडिटेशन के साथ ही सुबह की शुरुआत होती है। अपने दो दिन के प्रवास के दौरान राष्ट्रपति ने ध्यान-साधना, एकांत और सात्विक भोजन को विशेष तरजीह दी।
इसके बाद राष्ट्रपति नाश्ते के बाद सुबह 10 बजे संस्थान के पांडव भवन परिसर पहुंचीं। जहां ब्रह्मा बाबा के समाधि स्थल शांति स्तंभ पर पहुँच कर पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही मेडिटेशन रूम, बाबा की कुटिया, बाबा के कमरे में पहुँचकर एकांत में कुछ देर शिव बाबा का ध्यान किया। हिस्ट्री हॉल में संस्थान के इतिहास को जाना। पांडव भवन में अवलोकन के बाद राष्ट्रपति वापस ज्ञान सरोवर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। दोपहर में राष्ट्रपति वायुसेना के विशेष विमान से मानपुर हवाई पट्टी से प्रस्थान कर गईं।
बता दें कि इस वर्ष संस्थान की ओर से कल्पतरुह अभियान चलाया गया था। जिसके तहत देशभर में दस लाख से अधिक पौधे रोपे गए। वहीं शाम को संस्थान के वरिष्ठ भाई बहनों से मुलाकात की। इस दौरान कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय भाई ने संस्थान की सामाजिक सेवाओं के बारे में बताया। वहीं कल्पतरुह अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस मौके पर ज्ञान सरोवर की निदेशिका बीके डॉ. निर्मला दीदी, कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय, ब्रह्माकुमारीज की संयुक्त मुख्य प्रशासिका बीके शशि दीदी, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके शीलू दीदी, मीडिया निदेशक बीके करुणा भाई भी मौजूद रहे।