Good people must join public service to change India: ​Lt. Governor ​Kiran Bedi

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Abu Road, March 29: The Lieutenant Governor of Puducherry, Her Excellency Kiran Bedi, today called for youth with values and character to join public service in order to bring about positive change in the country.

Speaking during the valedictory session of the Brahma Kumaris’ 80th anniversary celebrations, Bedi put forth three suggestions to promote social transformation and to improve the lot of the elderly and the terminally ill.

She said that instead of putting pressure on children to succeed in a particular profession, parents needed to teach them human values. Once children acquired such values, they were bound to become good engineers, doctors or politicians, she said.

“This is why the Prime Minister is promoting yoga”, she said, adding that the Puducherry government had decided to make yoga an integral part of school education in the union territory.

Bedi then said the country would change only when government officials, who influence and implement policies, changed. She suggested that the Brahma Kumaris help provide coaching to youth associated with the institution so that they could join public administration.

“When these youth join public services, they will bring their values with them…. Public service must not become a business; a public servant should have the spirit of service”, she said.

She also suggested that the Brahma Kumaris help provide palliative care to the elderly and the terminally ill, as there was a severe shortage of such care in the country. “No one can give better palliative care than our Brahma Kumari sisters…. It needs no money, only compassion”, she said.

Union Minister of State for Social Justice and Empowerment Ramdas Bandu Athawale has assured government support for a suggestion to make Mount Abu in Rajasthan a world spiritual city.

Speaking during the valedictory session of the Brahma Kumaris’ 80th anniversary celebrations, he applauded the organisation for its noble work in several fields, including women’s empowerment and environment, and said no progress was possible without peace.

Earlier, addressing dignitaries attending the four-day celebrations, Santosh Bhartiya, Editor-in-Chief of Chauthi Duniya, made the proposal to declare Mount Abu, an abode of holy men for centuries, a spiritual city.

BK Mruthyunjay, Executive Secretary of the Brahma Kumaris, said that there were many religious cities in the world, but there was no city of spirituality on the international map. He said the organisation would make all efforts to make India a spiritual “lighthouse and might-house” for the world.

Earlier, Dr. A.K. Merchant, National Trustee and Secretary General, Lotus Temple and Bahai Community of India, said there was need to reflect on the five macro-level challenges faced by humanity, including climate change, financial upheavals, proliferation of nuclear weapons, human rights violations, and mismanagement of critical natural resources. All current problems, he said, must be resolved with a combination of science and spirituality.

Apprising the audience of the India One Solar Thermal Power Project in Abu Road, its Project Head, BK Golo Pilz, said an initiative that started 25 years ago was now a source of energy at the Brahma Kumaris’ Shantivan campus.

He said he had benefitted a great deal from his connection with the organisation, and firmly believed that the way to resolving global issues like climate change was to transform human consciousness because the physical world is the manifestation of the inner world.

News : Kiran-Bedi.docx, Mt_Abu.docx

​Hindi News:

माउण्ट आबू को स्प्रिीचुअल सिटी बनाने का रखा प्रस्ताव

मानवता सबसे बड़ा धर्म: उपराज्यपाल किरण बेदी
– किरण बेदी ने दी सलाह- प्रशासनिक अफसरों को इस ज्ञान की बेहद जरूरत
– केंद्रीय मंत्री ने दिलाया हर संभव मदद का भरोसा

आबूरोड, सिरोही (राजस्थान) 29 मार्च। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की 80वीं वर्षगांठ पर आयोजित चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय महासम्मेलन का समापन बुधवार को माउण्ट आबू को स्प्रिीचुअल सिटी बनाने के प्रस्ताव के साथ हुआ। इस प्रस्ताव का सामाजिक न्याय एवं विकास केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास बंदू अठाबले ने समर्थन करते हुए इसे भारत सरकार से पास कराने में हर संभव मदद का आश्वासन दिया। वहीं संस्था के अतिरिक्त महासचिव बीके मृत्युंजय भाई ने इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इसे पूरा करने की मांग की। साथ ही विश्वास दिलाया कि हम माउण्ट आबू को विश्व की आध्यात्मिक नगरी के लिए में पहचान बनाएंगे।

अठाबले ने कहा कि इस संस्था द्वारा मानव को मानव बनाने, महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर्यावरण बचाओ आदि समाजसेवा के आंदोलन चलाए जा रहे हैं जो बहुत ही सराहनीय कदम हैं। मेडिटेशन से मन की शांति प्राप्त कर सकते हैं। ब्रह्माकुमारी पर आपकी भक्ति मिल जाएगी तो मुक्ति और जरूर हो जाएगी। यहां मानव को मानव बनाने का कार्य किया जा रहा है। आदमी को आदमी बनाना साधारण कार्य नहीं, बड़ा काम है।

सबसे पहले एक अच्छा इनसान बनें: किरण बेदी

पांडुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी दादी सिख परिवार से हैं और नाना-दादा हिंदू परिवार से हैं। जब मैं पुलिस का फॉर्म भर रही थी तो उसमें एक कॉलम आया रिलीजियस (धर्म) का, तो मैंने उसमें हृयूमीनिटी (मानवता) भरा। क्योंकि इनसान को सबसे पहले एक अच्छा इनसान बनना चाहिए।

मेडिटेशन से कैदियों में हुआ बदलाव

किरण बेदी ने तिहाड़ जेल का अनुभव सुनाते कहा कि वहां के कैदियों को ब्रह्माकुमारी बहनों ने जब राजयोग का प्रशिक्षण दिया तो इससे कई कैदियों में बुराई की आदत छूट गई। कई कैदी-बंदियों ने द्वेष भावना छोड़ दी, लडऩा-झगडऩा छोड़ दिया और सकारात्मकता की ओर बढऩे लगे। ब्रह्माकुमारी भाई-बहनें हमेशा ईमानदारी, सच्चाई, सफाई, पवित्रता और सेवाभाव के साथ मानवता की सेवा के लिए सदा खड़ा रहते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे जहां जहां सफलता मिली, इसमें आपका ही आशीर्वाद रहा। मैं मानवता और ईश्वरीय शक्ति में विश्वास करती हूं। मेरा ये जवाब ही मुझे पुलिस सर्विस में लाया।

तनाव में जी रहे लड़के-लड़कियां

उपराज्यपाल बेदी ने कहा कि प्रतिस्पद्र्धा के चलते आज हमारे लड़के-लड़किया तनाव में जी रहे हैं। पहले उन्हें एक अच्छा इनसान बनाएं। इंसानियत को हर व्यक्ति की जरूरत है।

किरण बेदी के सुझाव

– संस्था ऐसे इंस्टीट्यूशन्स नि:शुल्क खोले जहां से लड़के-लड़कियों को अच्छे अफसर बनाने की शिक्षा दी जाए।
– पब्लिक एडमिनिस्ट्रेचर में इस ज्ञान की बेहद जरूरत है। क्योंकि ऑफिसर्स में वैल्यूज होंगे तो पूरा सिस्टम ईमानदारी से काम करेगा।
– न्यू इंडिया, मूल्यनिष्ठ पब्लिक सर्वेंट से ही बनेगा।
– गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों के पास ब्रह्माकुमारी भाई-बहनें जाएं और उन्हें मेंटल लेवल पर मजबूत करने का कार्य करें।
– यदि सरकारी अफसर अपना कार्य सेवा समझकर करें तो देश बदल जाएगा।
– राजनीति सबके बसकी बात नहीं है। इसमें कई सारे उतार-चढ़ाव होते हैं।

चौथी दुनिया के एडिटर ने रखा स्प्रिीचुअल सिटी बनाने का प्रस्ताव
महासम्मेलन के समापन में चौथी दुनिया के एडिटर संतोष भारतीय ने कहा

प्रस्ताव रखा कि माउंट आबू को हिंसा व शराब से मुक्त क्षेत्र बनाकर आध्यात्मिक नगर घोषित किया जाए। यहां प्राकृतिक तौर पर वातावरण विकसित किया जाए। साथ ही यहां ऐसा वातावरण बने कि इसे देश-दुनिया का आध्यात्मिक नगर के नाम से जाना जाए। इस पर सभा में मौजूद दस हजार से अधिक लोगों ने इस प्रस्ताव पर ताली बजाकर समर्थन दिया। 

भरतिया ने कहा कि दिलवाड़ा मंदिर को दुनिया के आध्यात्मिक मंदिर विकसित करने के लिए व महिलाओं एवं नौजवानों को आध्यात्मिक रूप से विकसित करने के लिए हम पूरी ताकत लगा देंगे। उन्होंने कहा कि हम राज्य एवं भारत सरकार से इसका अनुरोध करेंगे कि इसमें सहयोग प्रदान करें। 

ज्ञान से होती है विचारों की सफाई: बीके लक्ष्मी बहिन

ब्रह्माकुमारीज मैसूर की सबजोन इंचार्ज राजयोगिनी बीके लक्ष्मी बहिन ने कहा कि यहां के ज्ञान से तन और मन के विचारों की सफाई हो जाती है। ब्रह्मा बाबा और दादियों की अथक मेहनत और परिश्रम से ही संस्था इतनी ऊंचाइयों की ओर जा रही है। इस ईश्वरीय विद्यालय में प्रैक्टिकल में वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना से सभी धर्म-संप्रदाय के लोगों का आदर-सत्कार किया जाता है। यहां से आज कई शिक्षकों का जीवन पूरी तरह से बदल गया है।

संकल्प बदलो, संसार बदल जाएगा: बीके दिव्या बहिन

बोरीबली मुंबई की सबजोन इंचार्ज राजयोगिनी बीके दिव्या बहिन ने कहा कि सत्यता से दूर जाने पर कभी जीवन में सुख नहीं हो सकता। अब परमात्मा कहते हैं तुम मेरे लाडले बच्चे, मीठे बच्चे, सिकीलधे बच्चे हो। आध्यात्मिकता से हमारे संकल्प बदल जाते हैं। जब हम परमात्मा के समीप जाते हैं तो हमें सत्यता की शक्ति मिलती है। अपने संकल्पों के संसार को बदलो, ये संसार बदल जाएगा।

हम सब एक ही पेड़ के फूल हैं: डॉ. मर्चंट

लोट्स मंदिर बहाई कम्युनिटी ऑफ इंडिया के नेशनल ट्रस्टी एवं जनरल सेक्रेटरी डॉ. एके मर्चंट ने कहा कि आज हमारे सामने पांच प्रमुख समस्याएं हैं- जलवायु परिवर्तन, आर्थिक समस्या, परमाणु हथियार, मानव अधिकार, संसाधनों का गलत दोहन। इनके बचाव के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। हम सब एक ही पेड़ के फूल हैं और समस्त पृथ्वी एक देश है।

सोलर पावर प्लांट से कर रहे ऊर्जा बचत

इंडिया वन सोलार थर्मल पावर प्रोजेक्ट के हैड बीके गोलो पिलज ने कहा कि यहां के योग और मेडिटेशन से मेरा जीवन पूरी तरह बदल गया। हमारा मकसद आध्यात्म और विज्ञान के बीच समन्वय बनाना है। ब्रह्माकुमारीज में ये इनोवेटिव पावर प्लांट भारत एवं जर्मनी सरकार के सहयोग से लगाया गया है। ये प्रोजेक्ट देश के अंदर ऊर्जा की बचत के क्षेत्र में मील का 25 से अधिक एनर्जी प्रोजेक्ट पर यहां रिसर्च किया जा रहा है। मैंने शोध कर एक सौर ऊर्जा पर पुस्तक भी लिखी है जिसमें ऊर्जा की बचत के उपाय बताए गए हैं।

यहां से होगा विचारों का परिवर्तन: संतोष बहिन 

महाराष्ट्र जोन की निदेशिका राजयोगिनी बीके संतोष बहिन ने कहा कि परमात्मा ने जब ब्रह्मा बाबा को साक्षात्कार कराया और आदेश दिया कि तुम्हे नई सतयुगी सृष्टि की स्थापना करनी है तो उन्होंने तुरंत अपनी धन-दौलत छोड़ इस कार्य में लग गए। जब तक हम खुद का परिवर्तन नहीं कर सकते तब तक विश्व का परिवर्तन नहीं कर सकते। स्वयं के परिवर्तन का आधार हमारे विचार और दृष्टिकोण हैं। ब्रह्मा बाबा विश्व की सभी आत्माओं के पिता हैं जो उनसे संबंध जोड़ लेता है वह ब्रह्माकुमार और ब्रह्माकुमारी बन जाता है। विचारों का परिवर्तन करने के लिए  जो शक्ति चाहिए वह यहां सिखाई जाती है।

स्वागत गीत से की शुरुआत..

चार दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम सत्र की शुरुआत मधुरवाणी गु्रप द्वारा ये बधाई की बेला शुभारंभ है, ये समापन नहीं शुभारंभ है। इसके बाद श्रीरंगम भारतनाट्यालय त्रिची की बालिकाओं ने स्वागत नृत्य आपके आने से हर दिल में रुहानी रौनक है… प्रस्तुत किया। इस उत्कृष्ट प्रस्तुति पर बीके मृत्युंजय भाई ने बालिकाओं सहित शिक्षिका का सम्मान किया। स्वागत भाषण डिस्टेंस एजुकेशन प्रोग्राम के डायरेक्टर डॉ. बीके पांडिमनी भाई ने दिया। जयपुर की सबजोन इंचार्ज बीके पूनम बहिन ने राजयोग मेडिटेशन की अनुभूति कराई।

रजनीराजा कलाक्षेत्ररम विजयनगरम की बालिकाओं ने स्वागत नृत्य पेश किया। समापन पर योगा से संबंधित प्रेरणा पुस्तक का विमोचन अतिथियों ने किया।

फोटो कैप्सन..
२९एबीआर ०६,०७,०८,०९
आबूरोड। ब्रह्माकुमारी संगठन की ८०वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महासम्मेलन के समापन कार्यक्रम में याग विषय पर संदर्भित प्रेरणा पुस्तक का विमोचन करती पांडिचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी।

आबूरोड। सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करती पांडिचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी।

आबूरोड। सम्मेलन के समापन सत्र में उपस्थित प्रतिभागी।

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